नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाला इंटरचेंज न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि अपनी बेजोड़ खूबसूरती के कारण देश का सबसे आकर्षक जंक्शन बनने जा रहा है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) इस 35 एकड़ के विशाल इंटरचेंज को चार लूप और आठ ट्रायंगल के साथ डिजाइन कर रहा है। इसमें कृत्रिम झीलें, एलईडी फाउंटेन, पार्क, पौधे, और चबूतरे होंगे,
जो बेंगलुरु एयरपोर्ट के सौंदर्य को टक्कर देंगे। यह परियोजना पर्यावरण संरक्षण और सौंदर्य का अनूठा संगम होगी। आइए, इस मेगा प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी लें।
35 एकड़ में हरियाली और सौंदर्य का तिलिस्म
NHAI नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 31 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बना रहा है, जो यमुना एक्सप्रेसवे से एक किलोमीटर पहले जुड़ेगा।
इस जंक्शन पर बनने वाला इंटरचेंज 35 एकड़ में फैला होगा और इसे बेंगलुरु एयरपोर्ट के आसपास की हरियाली से प्रेरित डिजाइन के साथ तैयार किया जा रहा है। इस इंटरचेंज की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- कृत्रिम झीलें और फाउंटेन: रात में चमकने वाले एलईडी लाइटों से सजे फाउंटेन और छोटी-छोटी झीलें।
- हरियाली: लगभग 25,000 देशी और विदेशी प्रजातियों के फूलों वाले पौधे, घास, और वृक्ष, जो साल भर हरियाली बनाए रखेंगे।
- पार्क और पगडंडियां: यात्रियों के लिए आरामदायक चबूतरे, पैदल पथ, और छोटे पार्क।
- पर्यावरणीय डिजाइन: सौर ऊर्जा से संचालित लाइटिंग, कम पानी की खपत वाले पौधे, और रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम।
- स्मार्ट तकनीक: स्मार्ट ट्रैफिक मॉनिटरिंग और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे।
यह इंटरचेंज न केवल यातायात को सुचारू करेगा, बल्कि यात्रियों को एक सौंदर्यपूर्ण और पर्यावरण के अनुकूल अनुभव प्रदान करेगा।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं
विशेषता | विवरण |
---|---|
स्थान | नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, दयानतपुर गाँव, जेवर, गौतम बुद्ध नगर |
क्षेत्रफल | 35 एकड़ |
डिजाइन | चार लूप और आठ ट्रायंगल वाला इंटरचेंज |
हरियाली | 25,000 देशी-विदेशी पौधे, फूल, और घास |
सुविधाएं | कृत्रिम झीलें, एलईडी फाउंटेन, पार्क, पगडंडियां, चबूतरे |
पर्यावरणीय पहल | सौर ऊर्जा, रेनवाटर हार्वेस्टिंग, कम पानी वाले पौधे |
तकनीक | स्मार्ट ट्रैफिक मॉनिटरिंग, सीसीटीवी, और आपातकालीन प्रणाली |
उद्घाटन | केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा 8 जुलाई 2025 को आधारशिला |
नितिन गडकरी करेंगे शुभारंभ
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 8 जुलाई 2025 को इस इंटरचेंज की आधारशिला रखेंगे। इस अवसर पर वह अपनी मां के नाम पर एक पौधा लगाकर परियोजना की शुरुआत करेंगे।
NHAI का लक्ष्य है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से व्यावसायिक उड़ानें शुरू होने से पहले यह इंटरचेंज पूरी तरह तैयार हो जाए। इस परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम नियुक्त की गई है।
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बेंगलुरु से प्रेरित, लेकिन अनोखा
यह इंटरचेंज बेंगलुरु एयरपोर्ट के आसपास की सड़कों और हरियाली से प्रेरित है, लेकिन अपनी अनूठी डिजाइन और पर्यावरणीय विशेषताओं के कारण यह देश का सबसे अलग और आकर्षक जंक्शन होगा।
NHAI अधिकारियों का कहना है कि यह इंटरचेंज न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि यह क्षेत्र को पर्यटन और आर्थिक विकास के लिए भी एक नया आयाम देगा।
पर्यावरण और तकनीक का संगम
इस इंटरचेंज में कई आधुनिक सुविधाएं शामिल की जाएंगी, जैसे:

- इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन: पर्यावरण के अनुकूल यात्रा को बढ़ावा देने के लिए।
- स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम: सौर ऊर्जा से संचालित एलईडी लाइटें, जो ऊर्जा की बचत करेंगी।
- रेनवाटर हार्वेस्टिंग: झीलों और हरियाली को बनाए रखने के लिए पानी का पुनर्चक्रण।
- सुरक्षा उपाय: सीसीटीवी, आपातकालीन निकास, और ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का इंटरचेंज कब तक तैयार होगा?
इंटरचेंज का निर्माण नोएडा एयरपोर्ट से व्यावसायिक उड़ानें शुरू होने से पहले पूरा होने की उम्मीद है, संभावित रूप से 2026 तक।
2. इस इंटरचेंज का उपयोग कौन कर सकेगा?
यह इंटरचेंज सभी प्रकार के वाहनों के लिए खुला होगा, जिसमें निजी कार, टैक्सी, और इलेक्ट्रिक वाहन शामिल हैं।
3. क्या इस इंटरचेंज के लिए टोल शुल्क देना होगा?
हां, संभावना है कि लिंक एक्सप्रेसवे और इंटरचेंज के उपयोग के लिए टोल शुल्क लिया जाएगा, लेकिन दरें अभी निर्धारित नहीं हुई हैं।
4. यह इंटरचेंज पर्यावरण के लिए कैसे फायदेमंद होगा?
सौर ऊर्जा, रेनवाटर हार्वेस्टिंग, और कम पानी की खपत वाले पौधों का उपयोग पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा।
5. क्या यह इंटरचेंज मौसम की स्थिति से प्रभावित होगा?
नहीं, यह इंटरचेंज आधुनिक तकनीक और डिजाइन के साथ बनाया जा रहा है, जो इसे बारिश, कोहरे, या अन्य मौसमी परिस्थितियों से अप्रभावित रखेगा।
निष्कर्ष
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का इंटरचेंज न केवल एक यातायात जंक्शन होगा, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और सौंदर्य का एक शानदार उदाहरण भी बनेगा। नितिन गडकरी की यह पहल नोएडा को विश्व-स्तरीय बुनियादी ढांचे के नक्शे पर लाएगी और बेंगलुरु जैसे शहरों को कड़ी टक्कर देगी। यह परियोजना क्षेत्र के आर्थिक विकास, पर्यटन, और पर्यावरण संरक्षण को नई दिशा देगी।
यह इंटरचेंज नोएडा को एक नया पहचान देगा, जो न केवल कार्यक्षमता बल्कि सौंदर्य और स्थिरता के मामले में भी बेजोड़ होगा। इस परियोजना का पूरा होना नोएडा और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी, जो भारत के बुनियादी ढांचे के विकास में एक नया अध्याय जोड़ेगा।
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