Greater Noida News: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। अब नोएडा से एयरपोर्ट की सीधी और बिना जाम वाली कनेक्टिविटी के लिए एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) द्वारा पुश्ता रोड का निर्माण किया जा सकता है। यह सड़क नोएडा को सीधे ग्रेटर नोएडा सेक्टर 150 के पास यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ेगी। इस नई कनेक्टिविटी से लगभग 10 लाख लोगों को सीधा फायदा मिलेगा।
इस प्रस्ताव को लेकर केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के सामने गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा और नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने एक विशेष प्रस्तुति दी। मंत्री ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए जल्द निर्णय लेने का भरोसा भी जताया।
क्यों ज़रूरी है पुश्ता रोड?
Noida और Grater Noida की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। वर्तमान में नोएडा से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक जाने के लिए मुख्य मार्ग नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे है। लेकिन यह एक्सप्रेसवे पहले से ही बहुत ज़्यादा ट्रैफिक का भार झेल रहा है। पीक आवर्स में यहाँ लंबा जाम लगना आम बात है।
ऐसे में जब नवंबर 2025 से Noida International Airport चालू होगा, तो यात्रियों की संख्या और वाहनों का दबाव और बढ़ेगा। इस चुनौती से निपटने के लिए एक वैकल्पिक और तेज़ मार्ग की ज़रूरत महसूस की जा रही थी। यही सोचकर पुश्ता रोड परियोजना को प्रस्तावित किया गया है।
पुश्ता रोड परियोजना की रूपरेखा
पुश्ता रोड को नोएडा के अंदर से शुरू कर के ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 150 के पास यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। इसका लाभ यह होगा कि एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर चढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा और सफर अधिक तेज़ और सुविधाजनक हो जाएगा।
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पुश्ता रोड परियोजना की मुख्य विशेषताएं
विशेषता | विवरण |
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परियोजना का नाम | पुश्ता रोड कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट |
उद्देश्य | नोएडा से एयरपोर्ट तक सीधी और तेज़ कनेक्टिविटी |
प्रस्तावित निर्माण एजेंसी | एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) |
स्थिति | केंद्र सरकार के समक्ष प्रस्तावित |
वर्तमान चरण | सर्वे पूरा, एनओसी और मंजूरी लंबित |
कुल लाभार्थी | लगभग 10 लाख लोग |
कुल लंबाई | अनुमानित 20–25 किलोमीटर |
मार्ग | नोएडा से यमुना एक्सप्रेसवे (सेक्टर 150) |
निर्माण से लाभ | ट्रैफिक दबाव में कमी, वैकल्पिक मार्ग |
अनुमानित शुरुआत | नवंबर 2025 से पहले संभव |
कैसे आगे बढ़ेगा निर्माण?
- राज्य सरकार का पहला कदम:
निर्माण से पहले उत्तर प्रदेश सरकार इस सड़क को नेशनल हाईवे घोषित करेगी। यह कदम जरूरी है ताकि इसे एनएचएआई को सौंपा जा सके। - सिंचाई विभाग की एनओसी:
यह सड़क यमुना नदी के किनारे प्रस्तावित है, इसलिए सिंचाई विभाग से एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) लेना आवश्यक है। - एनएचएआई को प्रस्ताव:
एनओसी मिलने के बाद राज्य सरकार यह प्रस्ताव केंद्र को भेजेगी और फिर एनएचएआई इस पर निर्णय लेगा। - निर्माण का कार्य:
एक बार एनएचएआई की मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा, जिसे तेजी से पूरा किया जाएगा।
किसको मिलेगा इसको लाभ ?
पुश्ता रोड परियोजना का लाभ केवल उन यात्रियों तक सीमित नहीं रहेगा जो नोएडा से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर यात्रा करते हैं, बल्कि यह सड़क पूरे नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र की यातायात व्यवस्था में बड़ा बदलाव लाने वाली है। खासतौर पर सेक्टर 150, यमुना सिटी, दादरी, जेवर, परी चौक, और एनसीआर के आस-पास के रिहायशी व औद्योगिक क्षेत्रों में रहने वाले लाखों लोगों को इस नई कनेक्टिविटी से सीधा फायदा होगा।
वर्तमान में इन क्षेत्रों के निवासियों को एयरपोर्ट, यमुना एक्सप्रेसवे या दिल्ली की ओर जाने के लिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर निर्भर रहना पड़ता है, जो अत्यधिक ट्रैफिक से ग्रस्त रहता है। खासकर ऑफिस टाइम और वीकेंड्स पर यह एक्सप्रेसवे घंटों तक जाम में फंसा रहता है, जिससे न केवल समय की बर्बादी होती है बल्कि ईंधन और मानसिक तनाव भी बढ़ता है।
पुश्ता रोड एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में काम करेगा, जिससे इन इलाकों के निवासी बिना एक्सप्रेसवे पर चढ़े सीधे यमुना एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे। यह न केवल रोजाना यात्रा करने वालों के लिए राहत भरा होगा, बल्कि व्यापारियों, लॉजिस्टिक्स कंपनियों, ट्रांसपोर्ट सेवाओं, और अन्य वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित होगा।
इसके अलावा, एयरपोर्ट शुरू होने के बाद आने वाले पर्यटकों और बिजनेस ट्रैवलर्स के लिए भी यह एक आसान और तेज़ मार्ग प्रदान करेगा, जिससे क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों और निवेश के अवसरों को भी बल मिलेगा। इस तरह देखा जाए तो पुश्ता रोड केवल एक सड़क नहीं, बल्कि लाखों लोगों की दिनचर्या को आसान और क्षेत्र के विकास को रफ्तार देने वाली एक रणनीतिक योजना है।
Noida-Grater Noida एक्सप्रेसवे को मिलेगा ब्रेक
Noida-Grater Noida एक्सप्रेसवे, जो फिलहाल नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच की सबसे प्रमुख और व्यस्त सड़क मानी जाती है, पहले से ही अत्यधिक दबाव में है। यह एक्सप्रेसवे केवल स्थानीय निवासियों के लिए ही नहीं, बल्कि दिल्ली, गाजियाबाद, और यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़े क्षेत्रों के हजारों दैनिक यात्रियों और व्यापारिक गतिविधियों के लिए एकमात्र निर्भरता का मार्ग बन चुका है।
रोज़ाना यहां स्कूल, कॉलेज, ऑफिस जाने वाले लोग, मालवाहक ट्रक, बसें, कैब्स और निजी वाहन चलते हैं। पिक आवर्स में यह एक्सप्रेसवे अक्सर लंबे जाम और धीमी गति की परेशानी से जूझता है, जिससे न सिर्फ समय की बर्बादी होती है बल्कि ईंधन की खपत भी बढ़ती है और पर्यावरण पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
अब जब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट नवंबर 2025 में शुरू होने की ओर अग्रसर है, तो यह अनुमान लगाया जा रहा है कि हर दिन हजारों अतिरिक्त वाहन, जैसे टैक्सी, कैब, बसें और प्राइवेट गाड़ियाँ, इस एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करेंगे। इससे स्थिति और गंभीर हो सकती है और यात्रियों को एयरपोर्ट तक समय पर पहुंचना एक चुनौती बन जाएगा।
ऐसे में पुश्ता रोड एक वैकल्पिक और समाधानकारी मार्ग के रूप में सामने आता है। यह रोड नोएडा शहर को सीधे यमुना एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट से जोड़ेगा, जिससे मौजूदा एक्सप्रेसवे पर दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा। इससे यात्रियों को जाम से राहत मिलेगी, और उनका सफर न केवल अधिक तेज़ बल्कि अधिक सुगम और तनावमुक्त होगा।
यात्रा में लगने वाला समय घटेगा, लोगों को वैकल्पिक मार्ग की सुविधा मिलेगी, और प्रशासन को ट्रैफिक प्रबंधन में भी मदद मिलेगी। साथ ही, व्यवसायिक लॉजिस्टिक्स, आपातकालीन सेवाएं, और टूरिज्म इंडस्ट्री को भी इस सुगम कनेक्टिविटी से सीधा फायदा मिलेगा।
संक्षेप में कहें तो, पुश्ता रोड केवल एक रोड नहीं, बल्कि आने वाले वर्षों में नोएडा की ट्रैफिक व्यवस्था को संतुलित करने वाला एक रणनीतिक समाधान है, जो एयरपोर्ट के सफल संचालन और पूरे एनसीआर की गतिशीलता को नई दिशा देगा।
नोएडा एयरपोर्ट की स्थिति
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब बस अपने आखिरी पड़ाव पर है। इसका निर्माण बेहद तेज़ी से चल रहा है और ज़्यादातर बड़ी संरचनाएं—जैसे रनवे, टर्मिनल बिल्डिंग और कंट्रोल टावर—लगभग तैयार हो चुकी हैं। अधिकारियों का कहना है कि नवंबर 2025 तक यह एयरपोर्ट पूरी तरह से चालू हो जाएगा। ज़रा सोचिए, जब यहां से पहली फ्लाइट उड़ान भरेगी, तो न सिर्फ नोएडा-ग्रेटर नोएडा, बल्कि पूरे एनसीआर को एक नई उड़ान मिलेगी।
अब ऐसे में अगर पुश्ता रोड का निर्माण इसी दौरान शुरू हो जाए और एयरपोर्ट खुलने से पहले यह सड़क बनकर तैयार हो जाए, तो यह हज़ारों लोगों के लिए बहुत बड़ी राहत लेकर आएगी। एयरपोर्ट जाने के लिए लोगों को जाम में फँसने की टेंशन नहीं होगी, बल्कि वे एक तेज़, सीधा और कम ट्रैफिक वाला रास्ता चुन पाएंगे।
ये सड़क सिर्फ सफर को आसान नहीं बनाएगी, बल्कि वो लोग जो रोज़ एयरपोर्ट या उसके आसपास काम करते हैं—जैसे टैक्सी ड्राइवर, ट्रांसपोर्ट कर्मचारी, होटल स्टाफ या एयरपोर्ट के दूसरे कर्मचारी—उनके लिए भी यह रोज़ की ज़िंदगी में बड़ी राहत लेकर आएगी।
साफ़ है कि अगर प्रशासन समय रहते इस पुश्ता रोड के निर्माण को हरी झंडी दे देता है, तो एयरपोर्ट की शुरुआत के साथ ही कनेक्टिविटी भी सुचारु हो जाएगी, और फिर ये प्रोजेक्ट सिर्फ ईंट और सीमेंट नहीं, बल्कि लाखों लोगों की उम्मीदों और सुविधा की बुनियाद बन जाएगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. क्या पुश्ता रोड सिर्फ एयरपोर्ट के लिए उपयोगी है?
उत्तर: नहीं, यह नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच वैकल्पिक कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगा, जिससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
Q2. क्या इसका उपयोग आम लोग भी कर पाएंगे?
उत्तर: बिल्कुल, यह सड़क सभी नागरिकों के लिए होगी, विशेषकर परी चौक, सेक्टर 150 और यमुना सिटी के निवासियों के लिए यह बहुत उपयोगी साबित होगी।
Q3. इस परियोजना का मुख्य लाभ क्या होगा?
उत्तर: ट्रैफिक जाम से छुटकारा, समय की बचत और एयरपोर्ट तक सीधी पहुंच इसका मुख्य लाभ है।
Q4. परियोजना का निर्माण कौन करेगा?
उत्तर: यदि मंजूरी मिलती है, तो इस परियोजना का निर्माण एनएचएआई द्वारा किया जाएगा।
निष्कर्ष: एयरपोर्ट कनेक्टिविटी का भविष्य सुरक्षित
पुश्ता रोड परियोजना सिर्फ एक और सड़क नहीं है, बल्कि यह नोएडा और पूरे एनसीआर के ट्रैफिक सिस्टम के लिए एक गेमचेंजर साबित हो सकती है। इससे न केवल एयरपोर्ट पहुंच आसान होगी, बल्कि शहरी और औद्योगिक विकास को भी रफ्तार मिलेगी। प्रशासन, एनएचएआई और केंद्र सरकार यदि इसे प्राथमिकता देकर तेजी से मंजूरी प्रदान करती है, तो यह आने वाले वर्षों में NCR की सबसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक बन सकती है।
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