दिल्ली मेट्रो, जिसे राजधानी की लाइफलाइन कहा जाता है, ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में महिला कोच में अनधिकृत रूप से सफर करने वाले 2,320 पुरुष यात्रियों पर ₹250 का जुर्माना लगाया है।
यह कार्रवाई दिल्ली मेट्रो रेलवे संचालन और रखरखाव अधिनियम के तहत की गई है, जिसका उद्देश्य महिला यात्रियों के लिए सुरक्षित और आरामदायक यात्रा अनुभव सुनिश्चित करना है। इस लेख में हम इस कार्रवाई के विवरण, DMRC की नई पहल, और यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी पर चर्चा करेंगे।
महिला कोच में सख्ती
दिल्ली मेट्रो में पहला कोच विशेष रूप से महिलाओं के लिए आरक्षित है, ताकि वे बिना किसी असुविधा के सुरक्षित यात्रा कर सकें। इसके बावजूद, कई पुरुष यात्री इस नियम का उल्लंघन करते हुए पकड़े गए। DMRC के आंकड़ों के अनुसार, मई 2024 में सबसे अधिक 443 पुरुष यात्रियों पर जुर्माना लगाया गया, इसके बाद अप्रैल में 419 और सितंबर में 397 मामले दर्ज किए गए। दिसंबर 2024 में केवल एक यात्री पर कार्रवाई हुई, जो इस दौरान सबसे कम रहा।
DMRC ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और दिल्ली मेट्रो रेल पुलिस (DMRP) के साथ मिलकर 10 फ्लाइंग स्क्वायड टीमें तैनात की हैं, जो मेट्रो स्टेशनों और ट्रेनों में औचक निरीक्षण करती हैं। यदि कोई यात्री जुर्माना देने में असमर्थ होता है, तो उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है, लेकिन नियम तोड़ने वालों को ट्रेन से उतारकर DMRP को सौंपा जा सकता है।
जागरूकता और तकनीकी नवाचार
DMRC ने नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए कई जागरूकता अभियान शुरू किए हैं। इनमें ट्रेनों और स्टेशनों पर नियमित उद्घोषणाएं, DMRC के सोशल मीडिया हैंडल्स पर डिजिटल अभियान, और स्टेशनों पर स्पष्ट साइनेज शामिल हैं। हाल ही में, DMRC ने एक नई मोबाइल ऐप सुविधा शुरू की है, जिसके माध्यम से महिला यात्री वास्तविक समय में अनधिकृत प्रवेश या असुविधा की शिकायत दर्ज कर सकती हैं। यह सुविधा 24×7 हेल्पलाइन नंबर 155370 के साथ एकीकृत है, जिससे त्वरित कार्रवाई संभव हो सके।
इसके अलावा, DMRC ने AI-आधारित निगरानी की शुरुआत की है, जिसमें चुनिंदा स्टेशनों पर कैमरे और सेंसर लगाए गए हैं जो महिला कोच में पुरुष यात्रियों की उपस्थिति को स्वचालित रूप से पहचान सकते हैं। यह प्रणाली 2025 के अंत तक सभी प्रमुख स्टेशनों पर लागू होने की उम्मीद है, जिससे नियमों का पालन और सख्ती से सुनिश्चित किया जा सके।
दिल्ली मेट्रो की विशेषताएं और नियम
दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 10 रंग-कोडित लाइनों और 257 स्टेशनों के साथ लगभग 395 किलोमीटर तक फैला हुआ है। प्रत्येक ट्रेन में 6 या 8 कोच होते हैं, जिसमें पहला कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होता है। नीचे दी गई तालिका में DMRC की प्रमुख विशेषताएं और नियमों का विवरण दिया गया है:
विशेषता | विवरण |
---|---|
नेटवर्क | 10 रंग-कोडित लाइनें, 257 स्टेशन, 395 किमी |
महिला कोच | प्रत्येक ट्रेन का पहला कोच केवल महिलाओं के लिए |
जुर्माना | महिला कोच में अनधिकृत प्रवेश पर ₹250 |
हेल्पलाइन | 24×7 हेल्पलाइन नंबर: 155370 |
निगरानी | CISF, DMRP, और DMRC की फ्लाइंग स्क्वायड टीमें |
जागरूकता | उद्घोषणाएं, सोशल मीडिया अभियान, साइनेज |
नई तकनीक | AI-आधारित निगरानी, मोबाइल ऐप शिकायत सुविधा |
यात्री क्षमता | प्रतिदिन 60 लाख से अधिक यात्री |
सुरक्षा | CCTV, आपातकालीन अलार्म, और स्टेशन पर सुरक्षा कर्मी |
अन्य जुर्माने | शराब पीना, थूकना, झगड़ा: ₹200; ट्रेन में लिखना: ₹500 |
सामाजिक प्रभाव और चुनौतियां
महिला कोच में पुरुषों के प्रवेश को रोकने की DMRC की यह पहल महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हाल ही में एक वायरल वीडियो में पुरुष यात्रियों को महिला कोच में बैठे और महिलाओं के अनुरोध के बावजूद न हटने की घटना ने इस समस्या को और उजागर किया। DMRC की सख्ती और जागरूकता अभियानों ने इस तरह की घटनाओं को कम करने में मदद की है, लेकिन अभी भी जागरूकता की कमी एक बड़ी चुनौती है।
DMRC ने यह भी घोषणा की है कि वह स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यशालाएं आयोजित करेगा, ताकि युवा पीढ़ी को मेट्रो नियमों और लैंगिक संवेदनशीलता के बारे में शिक्षित किया जा सके। यह पहल विशेष रूप से दिल्ली-एनसीआर के शैक्षिक संस्थानों में शुरू की जाएगी।
पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. दिल्ली मेट्रो में महिला कोच में पुरुषों के प्रवेश पर कितना जुर्माना है?
उत्तर: महिला कोच में अनधिकृत प्रवेश पर ₹250 का जुर्माना लगाया जाता है।
2. DMRC नियम तोड़ने वालों को कैसे पकड़ता है?
उत्तर: DMRC की फ्लाइंग स्क्वायड टीमें, CISF, और DMRP औचक निरीक्षण करते हैं। AI-आधारित निगरानी भी शुरू की गई है।
3. महिला कोच में शिकायत कैसे दर्ज करें?
उत्तर: महिला यात्री 24×7 हेल्पलाइन 155370 या DMRC मोबाइल ऐप के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकती हैं।
4. दिल्ली मेट्रो में महिला कोच कौन सा है?
उत्तर: प्रत्येक ट्रेन का पहला कोच (चलने की दिशा में) महिलाओं के लिए आरक्षित है।
5. क्या बच्चे महिला कोच में यात्रा कर सकते हैं?
उत्तर: हां, 12 वर्ष तक के बच्चे, जो महिला यात्री के साथ हों, महिला कोच में यात्रा कर सकते हैं।
निष्कर्ष
दिल्ली मेट्रो ने महिला यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए महिला कोच में अनधिकृत प्रवेश के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। 2024-25 में 2,320 पुरुष यात्रियों पर ₹250 का जुर्माना लगाना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। DMRC की नई तकनीकी पहल, जैसे AI निगरानी और मोबाइल ऐप शिकायत सुविधा, इस प्रयास को और मजबूत करेंगी। यात्रियों से अपील है कि वे मेट्रो नियमों का पालन करें, ताकि सभी के लिए यात्रा सुरक्षित और सुखद रहे।
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