भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है, और यह अब सिर्फ एंट्री-लेवल सेगमेंट तक सीमित नहीं है। प्रीमियम हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक स्कूटर भी बाजार में धूम मचा रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गलत तरीके से इलेक्ट्रिक स्कूटर का इस्तेमाल और चार्जिंग करने की आदत आपकी जेब पर भारी पड़ सकती है?
कई यूजर्स शिकायत करते हैं कि उनके स्कूटर की रेंज कम हो जाती है, परफॉरमेंस खराब होती है, और बैटरी ठीक से चार्ज नहीं होती। इसका कारण है सही जानकारी का अभाव। तो आइए, आज हम आपको बताते हैं इलेक्ट्रिक स्कूटर को इस्तेमाल करने और चार्ज करने का सही तरीका, ताकि आपकी गाड़ी लंबे समय तक बेहतर परफॉरमेंस दे सके।
इलेक्ट्रिक स्कूटर का बढ़ता चलन और चुनौतियां
पिछले कुछ सालों में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों ने अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज की है। अब इलेक्ट्रिक स्कूटर की कीमतें पेट्रोल स्कूटर के बराबर आ गई हैं, जिससे ये आम लोगों की पसंद बन गए हैं। ओला इलेक्ट्रिक, एथर एनर्जी, और बजाज चेतक जैसे ब्रांड्स ने इस सेगमेंट में क्रांति ला दी है।
लेकिन बढ़ते इस्तेमाल के साथ ही यूजर्स के सामने एक बड़ी समस्या भी आई है – बैटरी लाइफ और रेंज का कम होना। विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादातर लोग इलेक्ट्रिक स्कूटर को मोबाइल फोन की तरह चार्ज करते हैं, जो बैटरी के लिए नुकसानदायक है। इस खबर में हम आपको ऐसे टिप्स देंगे, जो आपके स्कूटर की लाइफ को बढ़ा सकते हैं।
मोबाइल की तरह चार्जिंग
क्या आप अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर को हर थोड़ी देर में चार्जिंग पर लगा देते हैं? अगर हां, तो यह आदत आपके स्कूटर की बैटरी को नुकसान पहुंचा सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, इलेक्ट्रिक स्कूटर को बार-बार चार्ज करने से बैटरी की लाइफ कम होती है। सही तरीका यह है कि जब आपकी बैटरी 10-15% तक डिस्चार्ज हो जाए, तभी इसे चार्जिंग पर लगाएं। ऐसा करने से बैटरी की सेहत बनी रहती है और आपको लंबे समय तक अच्छी परफॉरमेंस मिलती है।
100% चार्जिंग से परहेज करें

एक और गलती जो लोग करते हैं, वो है स्कूटर को 100% तक चार्ज करना। यह सोच गलत है कि पूरी तरह चार्ज बैटरी ज्यादा रेंज देगी। दरअसल, 100% चार्ज करने से बैटरी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे इसकी उम्र घटती है। इलेक्ट्रिक स्कूटर को 80-90% तक चार्ज करना सबसे बेहतर माना जाता है। अगर आपके स्कूटर में नॉर्मल और फास्ट चार्जिंग का ऑप्शन है, तो हमेशा नॉर्मल चार्जिंग को प्राथमिकता दें। फास्ट चार्जिंग सुविधाजनक हो सकती है, लेकिन यह बैटरी को गर्म करती है और इसकी लाइफ को प्रभावित करती है।
स्पीड और रेंज का सही संतुलन
इलेक्ट्रिक स्कूटर की रेंज को बनाए रखने के लिए उसकी स्पीड का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अगर आप 40-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रेंज में अपने स्कूटर को चलाते हैं, तो बैटरी की खपत संतुलित रहती है और आप ज्यादा दूरी तय कर सकते हैं। ओवरस्पीडिंग न सिर्फ बैटरी को जल्दी खत्म करती है, बल्कि यह सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकती है। इसके अलावा, बेवजह रेस देना या बार-बार हॉर्न का इस्तेमाल करना भी बैटरी की खपत को बढ़ाता है। तो अगली बार जब आप अपने ई-स्कूटर पर सैर के लिए निकलें, तो स्पीड का ख्याल रखें।
टायर्स का रखरखाव
क्या आपने कभी सोचा कि आपके इलेक्ट्रिक स्कूटर के टायर्स भी उसकी परफॉरमेंस को प्रभावित करते हैं? टायर्स में सही एयर प्रेशर न होने से स्कूटर की रेंज और बैटरी लाइफ पर बुरा असर पड़ता है। यूजर मैनुअल में बताए गए एयर प्रेशर को फॉलो करें। खासकर गर्मियों में, जब तापमान बढ़ रहा है, हफ्ते में कम से कम दो बार टायर्स की हवा चेक करें। कम या ज्यादा हवा होने से स्कूटर की परफॉरमेंस कम हो सकती है।
नाइट्रोजन हवा का फायदा
अगर आप अपने टायर्स की लाइफ और स्कूटर की परफॉरमेंस को बेहतर करना चाहते हैं, तो नॉर्मल हवा की जगह नाइट्रोजन हवा का इस्तेमाल करें। नाइट्रोजन टायर्स को ठंडा रखती है और हवा के रिसाव को कम करती है, जिससे आपको लंबे समय तक स्थिर परफॉरमेंस मिलती है। यह छोटा सा बदलाव आपके स्कूटर के लिए बड़ा फर्क ला सकता है।

सर्विसिंग को न करें नजरअंदाज
इलेक्ट्रिक स्कूटर में सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा उसकी लिथियम-आयन बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर होती है। इनकी सेहत का ख्याल रखने के लिए समय पर सर्विसिंग बेहद जरूरी है। अगर आप एक भी सर्विस मिस करते हैं, तो इसका नुकसान आपको भुगतना पड़ सकता है। सर्विस सेंटर में बैटरी की हेल्थ और मोटर की स्थिति की जांच की जाती है, जिससे छोटी-मोटी समस्याओं को पहले ही ठीक किया जा सके। सामान्य तौर पर, एक इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी की उम्र 5 साल तक होती है, लेकिन सही देखभाल से इसे और बढ़ाया जा सकता है।
क्यों जरूरी हैं ये टिप्स?
इलेक्ट्रिक स्कूटर न सिर्फ पर्यावरण के लिए बेहतर हैं, बल्कि ये पेट्रोल स्कूटर की तुलना में चलाने में सस्ते भी हैं। लेकिन अगर इनका सही तरीके से इस्तेमाल न किया जाए, तो ये आपकी जेब पर भारी पड़ सकते हैं। बैटरी रिप्लेसमेंट की लागत हजारों रुपये तक जा सकती है, और खराब परफॉरमेंस के चलते आपको बार-बार सर्विस सेंटर के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं। सही चार्जिंग टिप्स, स्पीड का ध्यान, और नियमित सर्विसिंग आपके स्कूटर को लंबे समय तक नया बनाए रख सकती है।
उद्योग पर प्रभाव और भविष्य
भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर का बाजार 2025 में और तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। सरकार की सब्सिडी और ईवी चार्जिंग स्टेशनों की बढ़ती संख्या इस सेक्टर को बूस्ट दे रही है। लेकिन यूजर्स की जागरूकता बढ़ाना भी उतना ही जरूरी है। ओला इलेक्ट्रिक और एथर जैसे ब्रांड्स अब बैटरी लाइफ को बेहतर करने पर फोकस कर रहे हैं, ताकि ग्राहकों को लंबे समय तक भरोसेमंद परफॉरमेंस मिले। क्या आने वाले सालों में हमें स्मार्ट चार्जिंग सिस्टम और लंबी बैटरी लाइफ वाले स्कूटर देखने को मिलेंगे? यह समय ही बताएगा।
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आपकी राय क्या है?
इलेक्ट्रिक स्कूटर चार्जिंग टिप्स और इस्तेमाल के सही तरीकों के बारे में अब आप जान गए हैं। लेकिन क्या आपको लगता है कि कंपनियों को भी यूजर्स को जागरूक करने के लिए कदम उठाने चाहिए? या फिर आपके पास कोई खास टिप्स हैं जो आप हमारे साथ साझा करना चाहते हैं? नीचे कमेंट सेक्शन में अपनी राय जरूर बताएं। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें, ताकि वे भी अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर का सही इस्तेमाल कर सकें।