गाजियाबाद में मेट्रो का मेगा प्लान: हिंडन एयरपोर्ट तक दौड़ेगी मेट्रो, 4 नए कॉरिडोर की तैयारी

गाजियाबाद शहर के लिए एक बड़ी खुशखबरी है! दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) गाजियाबाद में अपने मेट्रो नेटवर्क को विस्तार देने की तैयारी में है। पांचवें चरण (फेज-V) के तहत चार नए मेट्रो कॉरिडोर प्रस्तावित हैं, जो गाजियाबाद को दिल्ली, नोएडा और हिंडन एयरपोर्ट से जोड़ेंगे।

यह परियोजना न केवल शहर की कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी, बल्कि ट्रैफिक जाम और यात्रा समय को कम करने में भी मदद करेगी। DMRC ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) से इन कॉरिडोर के लिए सहमति मांगी है, और GDA ने इस प्रस्ताव को स्वीकार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

चार नए मेट्रो कॉरिडोर

DMRC के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में चार मेट्रो कॉरिडोर शामिल हैं, जो गाजियाबाद के विभिन्न हिस्सों को दिल्ली और नोएडा से जोड़ेंगे। इन कॉरिडोर का उद्देश्य उन क्षेत्रों तक मेट्रो की पहुंच सुनिश्चित करना है, जहां अभी तक यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। विशेष रूप से, हिंडन एयरपोर्ट को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने की योजना से गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली के बीच यात्रा और भी सुगम हो जाएगी।

1. शहीद स्थल से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन

DMRC की रेड लाइन को शहीद स्थल (न्यू बस अड्डा) से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन तक 3 किलोमीटर तक विस्तारित करने की योजना है। इस कॉरिडोर में एक नया मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित है। यह रूट खास तौर पर उन यात्रियों के लिए फायदेमंद होगा, जो ट्रेन से गाजियाबाद आते हैं और मेट्रो के जरिए दिल्ली या अन्य क्षेत्रों में जाना चाहते हैं। इससे गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से दिल्ली तक का सफर तेज और सुविधाजनक होगा।

2. नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद

ब्लू लाइन के अंतिम स्टेशन नोएडा सेक्टर-62 को साहिबाबाद तक 5.1 किलोमीटर विस्तारित करने का प्रस्ताव है। इस रूट पर पांच नए स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें वैभव खंड, डीपीएस इंदिरापुरम, शक्ति खंड, वसुंधरा सेक्टर-7 और साहिबाबाद शामिल हैं। यह कॉरिडोर नोएडा और गाजियाबाद के बीच आवागमन को आसान बनाएगा, खासकर उन लोगों के लिए जो इन क्षेत्रों में काम करते हैं या रहते हैं।

3. वैशाली से मोहन नगर

ब्लू लाइन को वैशाली से मोहन नगर तक 5 किलोमीटर तक बढ़ाने की योजना है। इस रूट पर चार नए स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिनमें प्रांजल गढ़ी, सेक्टर-14 वसुंधरा, और मोहन नगर शामिल हैं। मोहन नगर में रेड लाइन के साथ एक इंटरचेंज स्टेशन बनेगा, जो यात्रियों को रेड लाइन और ब्लू लाइन के बीच आसानी से स्विच करने की सुविधा देगा। यह कॉरिडोर गाजियाबाद के घनी आबादी वाले क्षेत्रों को कनेक्ट करेगा।

4. गोकुलपुरी से अर्थला (हिंडन एयरपोर्ट)

यह नया कॉरिडोर दिल्ली के गोकुलपुरी से शुरू होकर हिंडन एयरपोर्ट के पास अर्थला तक जाएगा। लगभग 12 किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर 4 किलोमीटर अंडरग्राउंड और 8 किलोमीटर एलिवेटेड होगा। इसमें कुल 8 स्टेशन होंगे, जो दिल्ली के घनी आबादी वाले उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों और गाजियाबाद के ट्रांस हिंडन क्षेत्र को जोड़ेंगे। इस रूट से हिंडन एयरपोर्ट तक मेट्रो कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी, जिससे हवाई यात्रियों को भी लाभ मिलेगा।

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तकनीकी विशेषताएं और सुविधाएं

नए मेट्रो कॉरिडोर की प्रमुख विशेषताएं और तकनीकी विवरण निम्नलिखित हैं:

विशेषताविवरण
कुल कॉरिडोर4 (शहीद स्थल-रेलवे स्टेशन, नोएडा-साहिबाबाद, वैशाली-मोहन नगर, गोकुलपुरी-हिंडन एयरपोर्ट)
कुल लंबाईलगभग 25.1 किमी (3 किमी + 5.1 किमी + 5 किमी + 12 किमी)
स्टेशन18 (1 + 5 + 4 + 8)
प्रकारएलिवेटेड और अंडरग्राउंड (हिंडन रूट में 4 किमी अंडरग्राउंड)
लागत (अनुमानित)1873.31 करोड़ रुपये (नोएडा-साहिबाबाद कॉरिडोर) + अन्य कॉरिडोर के लिए अलग से
इंटरचेंज स्टेशनमोहन नगर (रेड और ब्लू लाइन), गोकुलपुरी (पिंक लाइन)
लाभार्थी क्षेत्रइंदिरापुरम, वसुंधरा, वैशाली, साहिबाबाद, हिंडन एयरपोर्ट, ट्रांस हिंडन

सामाजिक और आर्थिक प्रभाव

ये नए मेट्रो कॉरिडोर गाजियाबाद के लिए गेम-चेंजर साबित होंगे। नोएडा, गाजियाबाद, और दिल्ली के बीच बेहतर कनेक्टिविटी से न केवल यात्रा समय कम होगा, बल्कि ट्रैफिक जाम और प्रदूषण में भी कमी आएगी। हिंडन एयरपोर्ट तक मेट्रो की पहुंच से हवाई यात्रियों को सुविधा होगी, खासकर UDAN योजना के तहत हाल ही में शुरू हुई इंडिगो की उड़ानों के लिए। स्थानीय निवासी अनिल शर्मा ने कहा, “हिंडन एयरपोर्ट तक मेट्रो की सुविधा से हमारा समय बचेगा और दिल्ली तक का सफर आसान हो जाएगा।”

इसके अलावा, यह परियोजना रियल एस्टेट और स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा देगी। इंदिरापुरम, वसुंधरा और साहिबाबाद जैसे क्षेत्रों में संपत्तियों की मांग बढ़ने की संभावना है। GDA के अधिकारी आलोक रंजन ने बताया, “इन कॉरिडोर के लिए DMRC को पूरी सहमति दी जाएगी। यह गाजियाबाद के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।”

भविष्य की योजनाएं

DMRC और GDA के साथ-साथ उत्तर प्रदेश सरकार भी गाजियाबाद को रैपिड रेल और ऑर्बिटल रेल परियोजनाओं के जरिए और मजबूत करने की योजना बना रही है। एक रैपिड रेल कॉरिडोर गाजियाबाद को जेवर के नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ेगा, जो 30 मिनट से कम समय में यात्रा को संभव बनाएगा। यह परियोजना अगले पांच वर्षों में पूरी होने की उम्मीद है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

1. गाजियाबाद में नए मेट्रो कॉरिडोर कब शुरू होंगे?

DMRC ने डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। केंद्र और यूपी सरकार की मंजूरी के बाद 2026 तक निर्माण शुरू होने की उम्मीद है।

2. हिंडन एयरपोर्ट तक मेट्रो कब तक पहुंचेगी?

गोकुलपुरी-हिंडन एयरपोर्ट कॉरिडोर के 2028 तक पूरा होने की संभावना है, बशर्ते सभी मंजूरियां समय पर मिल जाएं।

3. नए कॉरिडोर से किन क्षेत्रों को लाभ होगा?

इंदिरापुरम, वसुंधरा, वैशाली, साहिबाबाद, ट्रांस हिंडन, और हिंडन एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्रों को सीधा लाभ मिलेगा।

4. क्या इन कॉरिडोर के लिए GDA को फंड देना होगा?

डीपीआर तैयार करने के लिए GDA को कोई फंड नहीं देना होगा, लेकिन निर्माण के लिए GDA और आवास विकास परिषद 80% लागत का हिस्सा वहन करेंगे।

5. क्या नमो भारत ट्रेन और मेट्रो कॉरिडोर में कोई टकराव होगा?

नहीं, संयुक्त सर्वे के अनुसार दोनों परियोजनाओं की उपयोगिता अलग है और ये एक-दूसरे को पूरक बनाएंगी।

गाजियाबाद में मेट्रो नेटवर्क का यह विस्तार शहर को एक आधुनिक और कनेक्टेड मेट्रोपॉलिटन हब में बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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