ग्रेटर नोएडा-बोड़ाकी मेट्रो को हरी झंडी: एयरपोर्ट कनेक्टिविटी को मिलेगी रफ्तार

ग्रेटर नोएडा से बोड़ाकी तक मेट्रो रूट को केंद्र की मंजूरी: ग्रेटर नोएडा और आसपास के लाखों निवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी! केंद्र सरकार ने नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) के ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी तक प्रस्तावित मेट्रो रूट को हरी झंडी दे दी है।

यह 2.6 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड मेट्रो रूट क्षेत्र की कनेक्टिविटी को नया आयाम देगा और विशेष रूप से जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत 416.34 करोड़ रुपये है, जिसमें केंद्र सरकार 20% फंडिंग प्रदान करेगी।

बोड़ाकी: उभरता हुआ मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब

बोड़ाकी में बन रहा रेलवे स्टेशन, जिसे ग्रेटर नोएडा टर्मिनल के नाम से जाना जाएगा, एक आधुनिक मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित हो रहा है। यहां मेट्रो, रेल, अंतरराज्यीय बसें और स्थानीय परिवहन की सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। इस मेट्रो रूट के बनने से न केवल स्थानीय निवासियों को आवागमन में सुविधा होगी, बल्कि यह औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।

नए मेट्रो स्टेशन और उनकी खासियतें

इस रूट पर दो नए मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे:

  • जुनपत स्टेशन: ग्रेटर नोएडा के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को जोड़ने वाला यह स्टेशन स्थानीय निवासियों के लिए सुगम आवागमन सुनिश्चित करेगा।
  • बोड़ाकी स्टेशन: यह स्टेशन मल्टी मॉडल हब का हिस्सा होगा, जहां रेलवे, मेट्रो और बस सेवाएं एकीकृत होंगी। यह स्टेशन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यात्रियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगा।
विशेषताविवरण
रूट की लंबाई2.6 किलोमीटर (एलिवेटेड ट्रैक)
कुल लागत416.34 करोड़ रुपये
मेट्रो स्टेशनजुनपत और बोड़ाकी
निर्माण अवधि3 वर्ष (निर्माण शुरू होने के बाद)
केंद्र सरकार की फंडिंग20%
कनेक्टिविटी लाभनोएडा, ग्रेटर नोएडा, दादरी, और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बेहतर संपर्क

यह भी पढ़े: ग्रेटर नोएडा: सिरसा अंडरपास से नोएडा एयरपोर्ट और बुलंदशहर का सफर होगा आसान, 6-12 महीने में पूरा होगा प्रोजेक्ट

न्यू आगरा अर्बन सेंटर: यमुना एक्सप्रेसवे पर बनेगा खेल गांव और गोल्फ कोर्स, पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

लंबे समय की मांग हुई पूरी

ग्रेटर नोएडा के निवासियों और स्थानीय नेताओं द्वारा लंबे समय से बोड़ाकी तक मेट्रो विस्तार की मांग की जा रही थी। वर्तमान में एक्वा लाइन मेट्रो नोएडा सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा डिपो तक संचालित होती है, लेकिन बोड़ाकी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र को कनेक्टिविटी की कमी थी। इस नए रूट के साथ, दादरी, पाली, पल्ला, रामगढ़, और चिटहेरा जैसे ग्रामीण क्षेत्रों के एक लाख से अधिक लोग लाभान्वित होंगे। इसके अलावा, यह रूट भविष्य में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सीधे जोड़ने की योजना का हिस्सा है, जिससे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ेगी।

परियोजना की समयसीमा और अगले कदम

नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के कार्यकारी निदेशक महेंद्र प्रसाद के अनुसार, परियोजना को मूर्त रूप देने में 4 से 6 महीने का समय लग सकता है। इसके बाद, डिजाइन कंसल्टेंट की नियुक्ति और टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। निर्माण कार्य शुरू होने के बाद, इस रूट को पूरा करने में लगभग तीन वर्ष का समय लगेगा। यह परियोजना न केवल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी, बल्कि क्षेत्र में औद्योगिक निवेश और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ाएगी।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए बड़ा कदम

जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर भारत का एक प्रमुख हवाई अड्डा बनने जा रहा है। बोड़ाकी मेट्रो रूट इस एयरपोर्ट को ग्रेटर नोएडा और दिल्ली-एनसीआर से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे न केवल यात्रियों को सुविधा होगी, बल्कि क्षेत्र में पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।

सामान्य प्रश्न (FAQs)

1. ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी मेट्रो रूट कितना लंबा होगा?

यह मेट्रो रूट 2.6 किलोमीटर लंबा होगा और यह एक एलिवेटेड ट्रैक होगा।

2. इस परियोजना की कुल लागत कितनी है?

इस परियोजना की अनुमानित लागत 416.34 करोड़ रुपये है, जिसमें केंद्र सरकार 20% फंडिंग प्रदान करेगी।

3. नए मेट्रो स्टेशन कौन-कौन से होंगे?

दो नए स्टेशन होंगे: जुनपत और बोड़ाकी।

4. इस मेट्रो रूट से किन क्षेत्रों को लाभ होगा?

यह रूट दादरी, पाली, पल्ला, रामगढ़, चिटहेरा, और मकौड़ा जैसे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को लाभ पहुंचाएगा। साथ ही, यह नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा।

5. निर्माण कार्य कब तक पूरा होगा?

निर्माण शुरू होने के बाद, परियोजना को पूरा होने में लगभग तीन वर्ष लगेंगे।

6. क्या यह मेट्रो रूट नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ेगा?

हां, भविष्य में इस रूट को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने की योजना है, जिससे यात्रियों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।

यह नया मेट्रो रूट ग्रेटर नोएडा और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगा। यह न केवल स्थानीय निवासियों के लिए आवागमन को आसान बनाएगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को भी बढ़ाएगा। क्या आप इस परियोजना के बारे में और जानना चाहेंगे? अपनी राय कमेंट में साझा करें!

यह भी पढ़े: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास बनेगा मेगा एग्री एक्सपोर्ट हब: यूपी के किसानों की उड़ान अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक

यमुना सिटी में जापानी और कोरियन सिटी की भव्य योजना: 4000 हेक्टेयर लैंडबैंक तैयार, निवेश को मिलेगा नया आयाम

Leave a Comment