नौ महीने तक अंतरिक्ष में रहने के बाद NASA की मशहूर अंतरिक्ष यात्री Sunita Williams आखिरकार धरती पर लौटने को तैयार हैं। लेकिन रुकिए, उनके लिए धरती पर कदम रखना इतना आसान नहीं होगा! अंतरिक्ष में इतना लंबा वक्त बिताने से उनके शरीर में कई बदलाव हो चुके हैं, जिसकी वजह से उनकी वापसी एक अनोखी चुनौती बन गई है। सेहत से लेकर तकनीकी रोमांच तक, ये कहानी हिम्मत, विज्ञान और इंसानी जज्बे से भरी है। तो चलिए, Sunita Williams और उनके साथी बुच विल्मोर के इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से लौटने की इस रोचक यात्रा को करीब से जानते हैं—ये आपको हैरान कर देगी!
धरती की ओर कदम: Sunita Williams की वापसी
पूरी दुनिया की निगाहें Sunita Williams और बुच विल्मोर पर टिकी हैं। ये दोनों पिछले नौ महीनों से ISS पर हैं, और अब उनकी वापसी का पल आ गया है। NASA ने कन्फर्म किया है कि Sunita Williams और बुच 19 मार्च 2025 को धरती पर लौटेंगे। उनका स्पेसक्राफ्ट, यानी SpaceX Dragon Crew Capsule, 19 मार्च को सुबह 10:35 बजे (IST) ISS से अलग हुआ और अगली सुबह 3:30 बजे (IST) समुद्र में लैंड करेगा। ये सफर करीब 17 घंटे का होगा। लेकिन मजेदार बात ये है कि जब कैप्सूल खुलेगा, तो वो दोनों सीधे बाहर नहीं निकलेंगे—उन्हें स्ट्रेचर पर लाया जाएगा!
“स्ट्रेचर क्यों?” आप सोच रहे होंगे। दरअसल, अंतरिक्ष में महीनों तक रहने की वजह से उनके शरीर को धरती की गुरुत्वाकर्षण (ग्रैविटी) से दोबारा तालमेल बिठाने में वक्त लगेगा। ये कोई ड्रामा नहीं, बल्कि उनकी सेहत को सुरक्षित रखने का जरूरी कदम है।
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8 दिन का प्लान, 9 महीने की कहानी: Sunita Williams का सफर
Sunita Williams और बुच विल्मोर ने अपनी यात्रा 5 जून 2024 को शुरू की थी। बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से वो ISS गए थे, और प्लान था कि 8-10 दिन वहां रुककर वापस लौट आएंगे। लेकिन तकदीर ने कुछ और सोचा था। स्टारलाइनर में हीलियम लीक और प्रोपल्शन सिस्टम की खराबी की वजह से उनकी वापसी टलती गई। NASA ने स्टारलाइनर को बिना क्रू के वापस भेज दिया और Sunita Williams व बुच के लिए SpaceX Dragon Capsule का इंतजाम किया।
अगस्त 2024 में NASA ने साफ किया कि उनकी वापसी अब 2025 की शुरुआत में होगी। इन नौ महीनों में Sunita Williams और बुच ने ISS पर कई वैज्ञानिक प्रयोग किए, स्टेशन की देखभाल की, और अपनी हिम्मत से सबको चौंका दिया। लेकिन अब सवाल ये है कि अंतरिक्ष में इतना वक्त बिताने का उनकी सेहत पर क्या असर पड़ा?
अंतरिक्ष का शरीर पर असर: Sunita Williams को क्या-क्या झेलना पड़ेगा?
अंतरिक्ष में रहना कोई बच्चों का खेल नहीं है। वहां न गुरुत्वाकर्षण होती है, न ही धरती जैसा माहौल। ऐसे में शरीर को कई मुश्किलों से गुजरना पड़ता है। आइए, इसे आसान भाषा में समझते हैं:

1. मांसपेशियों और हड्डियों की कमजोरी
अंतरिक्ष में वजनहीनता (Zero Gravity) की वजह से मांसपेशियों और हड्डियों पर कोई जोर नहीं पड़ता। धरती पर हम चलते-फिरते हैं, जिससे हमारी ताकत बनी रहती है। लेकिन अंतरिक्ष में ऐसा नहीं है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि हर महीने 1-2% हड्डियों का नुकसान हो सकता है। Sunita Williams और बुच ने भले ही रोज 2 घंटे एक्सरसाइज की हो, फिर भी उनकी मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर हुई होंगी। वापस पहले जैसे होने में वक्त लगेगा।
2. संतुलन की दिक्कत
अंतरिक्ष में संतुलन बनाने वाला सिस्टम (Vestibular System) कमजोर हो जाता है। वहां सब कुछ तैरता है, तो शरीर को बैलेंस की जरूरत ही नहीं पड़ती। लेकिन धरती पर लौटते ही ग्रैविटी फिर से असर दिखाती है, जिससे चक्कर, कमजोरी या उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसे Space Motion Sickness कहते हैं। यही वजह है कि Sunita Williams को शुरू में चलने में मुश्किल होगी।
3. रेडिएशन का जोखिम
धरती पर हम ओजोन लेयर और मैग्नेटिक फील्ड से रेडिएशन से बचे रहते हैं। लेकिन अंतरिक्ष में ऐसा कुछ नहीं। वहां की हाई-एनर्जी रेडिएशन शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से डीएनए डैमेज या कैंसर जैसा खतरा बढ़ सकता है। NASA Sunita Williams और बुच की सेहत पर नजर रख रहा है ताकि कोई परेशानी न हो।
4. मानसिक तनाव
9 महीने तक एक छोटी-सी जगह पर रहना आसान नहीं। भले ही ISS पर उनके पास काम और साथी हों, लेकिन परिवार से दूर रहना और अंतरिक्ष का अकेलापन दिमाग पर असर डाल सकता है। Sunita Williams ने इस चुनौती को भी बखूबी पार किया।
रेस्क्यू का प्लान: SpaceX ने संभाला मोर्चा
जब स्टारलाइनर फेल हो गया, तो NASA ने SpaceX की मदद ली। Dragon Crew Capsule ने इस मिशन को संभाला, और ये कोई नया खिलाड़ी नहीं है। ये अब तक 49 बार लॉन्च हो चुका है, 44 बार ISS जा चुका है, और 29 बार री-यूज भी हुआ है। 19 मार्च को ये समुद्र में लैंड करेगा, शायद फ्लोरिडा के तट पर, और Sunita Williams व बुच को सुरक्षित घर लाएगा।
लैंडिंग के बाद टीम कैप्सूल खोलेगी और दोनों को स्ट्रेचर पर बाहर लाएगी। फिर उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए ले जाया जाएगा—ये लंबी अंतरिक्ष यात्रा के बाद का रूटीन है।
लैंडिंग के बाद क्या होगा?

धरती पर पैर रखना Sunita Williams के लिए सिर्फ शुरुआत है। आगे क्या-क्या होगा, चलिए देखते हैं:
1. मेडिकल टेस्ट
डॉक्टर उनकी सेहत की पूरी जांच करेंगे—हड्डियों की स्कैनिंग, मांसपेशियों की ताकत, और खून के टेस्ट। रेडिएशन का असर भी चेक किया जाएगा ताकि कोई लंबी बीमारी न हो।
2. रिहैबिलिटेशन
मांसपेशियों और हड्डियों को फिर से मजबूत करने के लिए फिजिकल थेरेपी होगी। चलना, खड़ा होना, छोटे-छोटे काम भी शुरू में अजीब लग सकते हैं। लेकिन Sunita Williams, जो अंतरिक्ष में मैराथन दौड़ चुकी हैं, इसे मजेदार चुनौती की तरह लेंगी!
3. ग्रैविटी से तालमेल
चक्कर और कमजोरी कुछ दिनों तक रह सकती है, लेकिन धीरे-धीरे उनका बैलेंस ठीक हो जाएगा। हफ्ते भर में वो पहले जैसे चलने-फिरने लगेंगी।
4. परिवार से मिलन
9 महीने बाद अपनों से मिलना उनके लिए सबसे खास पल होगा। Sunita Williams की भारतीय जड़ों और ग्लोबल फैनबेस को देखते हुए उनकी वापसी की खुशी दोगुनी होगी।
Sunita Williams क्यों हैं खास?
Sunita Williams सिर्फ एक अंतरिक्ष यात्री नहीं, बल्कि हिम्मत और जिज्ञासा की मिसाल हैं। भारतीय और स्लोवेनियन मूल की इस महिला ने कई रिकॉर्ड तोड़े हैं—like अंतरिक्ष में सबसे लंबा स्पेसवॉक करने वाली महिला। 9 महीने की अनप्लांड यात्रा ने उनकी ताकत को और साबित किया। उनकी वापसी सिर्फ लैंडिंग नहीं, बल्कि इंसानी जज्बे का सबूत है।

SpaceX Dragon: वापसी
Dragon Crew Capsule को सलाम करना बनता है। एलन मस्क की कंपनी SpaceX ने इसे बनाया, और ये अंतरिक्ष यात्रा का सुपरस्टार है। इसकी भरोसेमंदी और समुद्र में लैंडिंग की तकनीक इसे खास बनाती है। Sunita Williams को घर लाने का श्रेय इसी को जाता है।
आगे क्या? Sunita Williams का अगला कदम
जैसे ही वो फिर से अपने पैरों पर खड़ी होंगी, Sunita Williams शायद अपनी कहानी दुनिया से शेयर करें। कोई किताब, स्पीच या नई पीढ़ी को प्रेरित करना? 59 की उम्र में भी वो रुकने वाली नहीं। शायद एक और अंतरिक्ष यात्रा भी उनका इंतजार कर रही हो!
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आखिरी बात: एक हीरो का स्वागत
Sunita Williams और बुच विल्मोर की 19 मार्च 2025 को वापसी एक शानदार कहानी का अंत है। स्टारलाइनर की नाकामी से लेकर SpaceX के रेस्क्यू तक, ये सफर यादगार रहा। हां, वो तुरंत चल नहीं पाएंगी, लेकिन यही उनकी मेहनत को असली बनाता है। अंतरिक्ष इंसान को बदल देता है, और उनकी धीमी वापसी उनकी ताकत दिखाएगी। तो, क्या आप Sunita Williams के लिए तालियां बजाने को तैयार हैं? अपनी राय नीचे बताएं और इस शानदार कहानी को दोस्तों के साथ शेयर करें!